दुनिया में तीन हजार से ज्यादा लोगों की कोरोना वायरस के कारण मौत हो चुकी है और करीब एक लाख इससे संक्रमित हुए हैं। कोरोना का संक्रमण दुनिया की आर्थिक सेहत पर भी भारी पड़ रहा है।
वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। शेयर बाजारों पर इसका असर देखने को मिल रहा है। कारों की बिक्री में कमी दर्ज की जा रही है। ऐसे में यह समझना जरूरी है कि कैसे कोरोना का प्रभाव आर्थिक गतिविधियों पर पड़ रहा है और कैसे पहले से ही सुस्त अर्थव्यवस्था पर इसका दोहरा नकारात्मक असर पड़ रहा है
निवेशक कोरोना वायरस को लेकर चिंतित हैं। शेयर बाजारों में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। यह पेंशन और व्यक्तिगत बचत खातों पर देखने को मिल सकता है। फरवरी के आखिरी सप्ताह में दुनिया के प्रमुख शेयर बाजारों का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। यह 2008 के वित्तीय संकट के बाद सबसे बुरा है। यूरोपीय और अमेरिकी शेयर बाजारों में थोड़ा सा इजाफा हुआ है, जब से यह उम्मीद जगी है कि कोरोना वायरस के खिलाफ अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए देश हस्तक्षेप कर रहे हैं।